लखनऊ न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश के परिषदीय और मान्यता प्राप्त स्कूलों की कक्षा 1 से 8 तक की वार्षिक परीक्षा की समय सारणी जारी कर दी गई है। बेसिक शिक्षा निदेशक द्वारा जारी शेड्यूल के अनुसार परीक्षाएं 24 मार्च से शुरू होकर 28 मार्च तक संपन्न होंगी। परीक्षा मात्र पांच दिन की होगी और दोनों पालियों में आयोजित की जाएगी। इस संबंध में प्रदेश के सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को सर्कुलर भेज दिया गया है।
शैक्षिक सत्र 2024-25 के तहत कक्षा 1 की वार्षिक परीक्षा मौखिक होगी, जबकि कक्षा 2 से 5 तक की परीक्षा लिखित और मौखिक दोनों प्रारूपों में होगी। कक्षा 2 और 3 में लिखित और मौखिक परीक्षा का भार 50-50 प्रतिशत होगा, जबकि कक्षा 4 और 5 में यह अनुपात क्रमशः 70 और 30 प्रतिशत रहेगा। वहीं, कक्षा 6 से 8 तक की परीक्षाएं पूरी तरह से लिखित होंगी। परीक्षाएं कुल 50 अंकों की होंगी, जिनमें बहुविकल्पीय, अति लघु उत्तरीय, लघु उत्तरीय और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न शामिल होंगे।
परीक्षा के साथ ही मूल्यांकन कार्य भी किया जाएगा, ताकि परिणाम जल्दी घोषित किया जा सके। विषयवार अंक दर्ज कर परीक्षाफल तैयार किया जाएगा, और 29 मार्च 2025 को छात्रों को रिपोर्ट कार्ड वितरित किए जाएंगे। हालांकि, शिक्षकों ने इस परीक्षा शेड्यूल पर नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि इतनी कम अवधि में परीक्षा और परिणाम घोषित करना अव्यवहारिक है।
शिक्षकों का कहना है कि प्रेरणा पोर्टल पर ऑनलाइन मार्कशीट भरने, प्रिंट निकालने और छात्रों को देने की प्रक्रिया के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया गया है। परिणाम घोषित करने से पहले कॉपियों की जांच और नंबर फीड करने के लिए कम से कम तीन दिन का अंतराल जरूरी है। शिक्षकों का यह भी कहना है कि परीक्षा के दौरान ही ब्लॉक स्तर पर कॉपी जांचना संभव नहीं है, जिससे परीक्षा और मूल्यांकन प्रक्रिया पर अतिरिक्त दबाव पड़ेगा।