लखनऊ न्यूज डेस्क: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने मंगलवार को सिविल सर्विस परीक्षा 2024 का परिणाम घोषित किया, जिसमें 1009 उम्मीदवारों ने सफलता प्राप्त की। लखनऊ के प्रशांत सिंह ने आल इंडिया में 102वीं रैंक हासिल की और चौथे प्रयास में सफलता प्राप्त की। वह अपनी सफलता का श्रेय ईमानदारी से मेहनत और लगातार प्रयासों को देते हैं। उनका कहना है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, बल्कि असफलताओं से सीखते हुए निरंतर मेहनत करने से सफलता मिलती है।
प्रशांत ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यूपीएससी एक कठिन साधना है और इसमें निरंतर संघर्ष जरूरी है। उन्होंने बताया कि पहले दो प्रयासों में उन्हें प्रीलिम्स तक में असफलता मिली, जबकि तीसरे प्रयास में इंटरव्यू के बाद भी चयन नहीं हो पाया। लेकिन चौथे प्रयास में उन्होंने रोज़ाना आठ घंटे की मेहनत से सफलता प्राप्त की और यह साबित किया कि संघर्ष के बाद ही विजय मिलती है।
प्रशांत की स्कूली शिक्षा सीएमएस अलीगंज से हुई और स्नातक की डिग्री उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से प्राप्त की। उनका परिवार जौनपुर जिले के खलीलपुर गांव का निवासी है। उनके पिता सुशील सिंह सरकारी सेवा में हैं और मां कनकलता गृहिणी हैं। उनकी एक छोटी और एक बड़ी बहन भी हैं, जो प्रशासनिक सेवा की तैयारी कर रही हैं। प्रशांत ने युवा उम्मीदवारों को सलाह दी कि ईमानदारी से मेहनत करें, क्योंकि यही सफलता का रास्ता है।