लखनऊ न्यूज डेस्क: मेरठ-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस को वाराणसी तक बढ़ाने की योजना तैयार की जा रही है। उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल द्वारा रूट का सर्वेक्षण किया जा रहा है। अगर सब कुछ सही रहा तो अगले साल की शुरुआत में इस ट्रेन को वाराणसी तक बढ़ा दिया जाएगा। इससे मेरठ और वाराणसी के बीच सीधी ट्रेन सेवा शुरू हो जाएगी, जो यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी।
वर्तमान में वाराणसी और मेरठ के बीच कोई सीधी ट्रेन सेवा नहीं है। इस प्रस्तावित वंदे भारत एक्सप्रेस के आने से यह दूरी तय करना बहुत आसान हो जाएगा, खासकर पूर्वांचल के यात्रियों के लिए। इस ट्रेन से पीडीडीयूनगर, आजमगढ़ और गाजीपुर जैसे क्षेत्रों के यात्री भी लाभान्वित होंगे, क्योंकि इस रूट पर कोई और सीधी ट्रेन सेवा नहीं है।
उत्तर रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि रेलवे बोर्ड से सर्वेक्षण को मंजूरी मिल चुकी है। सर्वे में ट्रेन के ठहराव, रूट, समय और किराए की योजना पर विचार किया जा रहा है। 31 अगस्त से मेरठ-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस चल रही है, लेकिन इसे इस रूट पर यात्रियों की कम संख्या का सामना करना पड़ रहा है। इस कारण रेलवे बोर्ड ने इसे वाराणसी तक बढ़ाने का निर्णय लिया है।
इसके साथ ही, कुछ अन्य ट्रेन सेवाओं में भी बदलाव किए गए हैं। अयोध्या में यार्ड रिमॉडलिंग के कारण 18 से 31 दिसंबर तक वाराणसी-बरेली एक्सप्रेस और वाराणसी-लखनऊ स्पेशल ट्रेन को निरस्त कर दिया गया है। इसके अलावा, लखनऊ-पटना वंदे भारत और अन्य कुछ ट्रेनों के मार्ग में भी बदलाव किए गए हैं, जबकि दून एक्सप्रेस और गंगा सतलज जैसी ट्रेनें अपने नए मार्ग से चलेंगी।
अंत में, जनप्रतिनिधियों ने भी वंदे भारत एक्सप्रेस को वाराणसी तक जोड़ने की मांग की थी, जिसे अब रेलवे मंत्रालय ने गंभीरता से लिया है। यह कदम यात्रियों के लिए सुविधाजनक साबित होगा और इससे दोनों शहरों के बीच यात्रा करना आसान हो जाएगा।