लखनऊ न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में शुक्रवार दोपहर एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जब दिल्ली से रामपुर जा रही एक अर्टिगा कार को हाईवे पर रोककर सऊदी से लौटे छह युवकों का हथियारों के बल पर अपहरण कर लिया गया। खुद को पुलिस और जांच एजेंसी का अफसर बताकर बोलेरो और स्विफ्ट कार में सवार चार बदमाशों ने युवकों को बंधक बनाया और मूंढापांडे इलाके के एक फार्महाउस में ले गए। बदमाशों को शक था कि युवकों ने शरीर में सोना छिपा रखा है।
टांडा क्षेत्र के नावेद, शाने आलम, तुतव्वली, जाहिद और जुल्फेकार सऊदी अरब से काम कर लौटे थे। दिल्ली एयरपोर्ट से उन्हें एक स्थानीय ड्राइवर जुल्फेकार लेकर अर्टिगा में टांडा लौट रहा था। दोपहर करीब चार बजे मुरादाबाद के पुराने टोल प्लाजा के पास चार बदमाशों ने उन्हें ओवरटेक कर रोका। एक बदमाश ने पुलिस की टोपी पहन रखी थी और सभी को उतरने को कहा। उतरते ही तमंचा तान कर उन्होंने छह लोगों को काबू में ले लिया और अपनी गाड़ी में बैठाकर सुनसान रास्तों से फार्महाउस तक पहुंचा दिया।
फार्महाउस में बंधक बनाए गए युवकों को लेकर बदमाश इतना क्रूर हो गए थे कि पेट चीरकर सोना निकालने की बात तक करने लगे। इसी बीच एक युवक किसी तरह जान बचाकर भाग निकला और गांव वालों से मदद मांगी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के साथ मिलकर इलाके की घेराबंदी की। दबाव बढ़ता देख बदमाश बंधकों को छोड़कर भाग निकले। इसके बाद जंगल में कॉम्बिंग शुरू हुई और देर शाम दो बदमाशों—रामपुर निवासी तौफीक और काशीपुर निवासी राजा को मुठभेड़ में गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस जांच में सामने आया है कि बदमाशों को पहले से सूचना थी कि सऊदी से लौटे युवक शरीर में सोना छिपाकर ला रहे हैं। दिल्ली एयरपोर्ट से ही अर्टिगा कार का पीछा किया जा रहा था। पकड़े गए बदमाशों के दो साथी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। इस घटना से न सिर्फ हाईवे की सुरक्षा पर सवाल उठे हैं, बल्कि यह भी साफ हो गया है कि कैसे खाड़ी देशों से लौटने वाले प्रवासी युवकों को सोना लाने के शक में निशाना बनाया जा रहा है।