लखनऊ न्यूज डेस्क: लखनऊ में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां प्रशिक्षण पर गए एक होमगार्ड के नाम पर 50 दिनों की मजदूरी दिखाकर 11,850 रुपये निकाल लिए गए। यह मामला रतनपुरा ब्लॉक के अईलख ग्राम पंचायत का है। होमगार्ड गितेश मौर्य उस वक्त लखनऊ में केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण ले रहे थे, लेकिन गांव के प्रधान और सचिव ने उनके नाम पर दो अलग-अलग वाउचर से मजदूरी दिखाकर पैसे निकाल लिए।
जब ग्रामीण हरिशंकर सिंह ने इस घोटाले की शिकायत जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र से की, तो उन्होंने तुरंत जांच के आदेश दिए। जांच के लिए गठित दो सदस्यीय समिति ने आरोपों की पुष्टि की और पाया कि जिस वक्त होमगार्ड गितेश प्रशिक्षण में थे, उसी दौरान 50 दिन की मजदूरी दिखाकर फरवरी में दो बार 5925-5925 रुपये का भुगतान कर लिया गया था।
इस घोटाले की पुष्टि के बाद अब ग्राम प्रधान और सचिव पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। मनरेगा कार्यालय ने इस मामले की पूरी रिपोर्ट तैयार कर डीएम को सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, ताकि आगे की सख्त कार्रवाई की जा सके। यह साफ है कि सरकारी धन की हेराफेरी में लिप्त जिम्मेदारों की जवाबदेही तय होगी।
इस घोटाले ने प्रशासन को भी चौंका दिया है और यह मामला एक बार फिर दर्शाता है कि कैसे योजनाओं में कागजों के सहारे फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। अब देखना होगा कि दोषियों पर क्या कानूनी कार्रवाई होती है।