लखनऊ न्यूज डेस्क: राज्यसभा में गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहब भीमराव अंबेडकर पर दिए गए बयान को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस सांसदों ने इस मुद्दे पर मंगलवार को उत्तर प्रदेश पार्टी कार्यालय में पत्रकार वार्ता आयोजित की। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और उप नेता प्रमोद तिवारी ने गृहमंत्री शाह के बयान को गंभीर आरोप बताते हुए उनके इस्तीफे की मांग की। प्रमोद तिवारी ने कहा कि अगर मोदी सरकार अमित शाह से इस्तीफा नहीं लेती है तो भाजपा को उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर देना चाहिए।
प्रमोद तिवारी ने गृहमंत्री अमित शाह पर हमला बोलते हुए कहा कि शाह का बयान उनके दिल की बात थी, जो राज्यसभा में सामने आई। तिवारी ने आरोप लगाया कि गृहमंत्री को बाबा साहब अंबेडकर से नफरत है और उनका अपमान करना उनका उद्देश्य था। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा 400 सीटें जीत जाती, तो वह बाबा साहब के संविधान को खत्म कर देती। तिवारी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह दोनों को बाबा साहब से माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने भी इस मुद्दे पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने इस देश के लिए जो योगदान दिया है, उसके प्रति आभार व्यक्त करने के बजाय उनके नाम के साथ खिलवाड़ करना बिल्कुल गलत है। खुर्शीद ने कहा कि कांग्रेस इस पर चुप नहीं रह सकती, और जल्द ही 26 तारीख को बेलगांव में बैठक कर आगे की रणनीति तय करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस इस पर जवाब नहीं देती, तो इतिहास उसे माफ नहीं करेगा।
अमेठी के सांसद केएल शर्मा ने भी इस मुद्दे को उठाया और कहा कि भाजपा नेताओं के दिल और दिमाग से बाबा साहब अंबेडकर का नाम निकल चुका है। उनका मानना था कि भाजपा अब अंबेडकर के नाम को इतिहास से भी निकाल देना चाहती है। शर्मा ने यह भी कहा कि यह गंभीर मामला है, और कांग्रेस को इसका जवाब देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा बाबा साहब के नाम को मिटाने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस सांसद अजय राय ने भी राज्यसभा में हुई घटनाओं पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में बाबा साहब अंबेडकर का अपमान किया। साथ ही, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सांसदों ने कांग्रेस नेताओं जैसे मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी का भी अपमान किया। राय ने कहा कि यह घटनाएं रिकॉर्ड में हैं, और भाजपा सांसदों का व्यवहार बेहद चिंताजनक था।