लखनऊ न्यूज डेस्क: भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) के कैंपस प्लेसमेंट में इस साल विदेशी पैकेज में गिरावट दर्ज की गई है। इस वर्ष का अधिकतम अंतरराष्ट्रीय पैकेज 65 लाख रुपये रहा, जो पिछले साल के 1.23 करोड़ रुपये की तुलना में लगभग आधा है। विशेषज्ञों के मुताबिक, वैश्विक आर्थिक मंदी का असर प्लेसमेंट पैकेज पर पड़ा है। हालांकि, घरेलू पैकेज में सुधार देखने को मिला है। पिछले साल का अधिकतम घरेलू पैकेज 65 लाख रुपये था, जो इस बार बढ़कर 75 लाख रुपये हो गया है।
आईआईएम परिसर में कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव का सोमवार को समापन हुआ। प्लेसमेंट सेल की अध्यक्ष प्रो. प्रियंका शर्मा ने बताया कि इस प्रक्रिया में पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम (पीजीपी) के 39वें बैच और एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट (पीजीपी-एबीएम) के 20वें बैच के कुल 570 छात्रों को नौकरी मिली। प्लेसमेंट में देश-विदेश की 180 से अधिक कंपनियों ने हिस्सा लिया और 600 से अधिक नौकरियों के प्रस्ताव दिए। इस बार प्लेसमेंट प्रक्रिया हाइब्रिड मोड में आयोजित की गई थी, जिससे छात्रों और कंपनियों को अधिक लचीलापन मिला।
इस वर्ष आईआईएम लखनऊ के छात्रों के लिए कंसल्टिंग सेक्टर सबसे आकर्षक क्षेत्र साबित हुआ, जहां सबसे अधिक भर्तियां हुईं। इसके अलावा, फाइनेंस, सामान्य प्रशासन, ऑपरेशन, प्रोडक्ट मैनेजमेंट, सेल्स और मार्केटिंग जैसे क्षेत्रों में भी छात्रों को नौकरी के अवसर मिले। खास बात यह रही कि पिछले साल की तरह इस साल भी प्लेसमेंट प्रक्रिया में 100% सफलता हासिल हुई।
प्रमुख रिक्रूटर्स में एक्सेंचर, अदानी ग्रुप, आदित्य बिड़ला ग्रुप, एडोब, अमेज़ॅन, अमेरिकन एक्सप्रेस जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल रहीं। इसके अलावा, पहली बार भाग लेने वाली कंपनियों में एथर एनर्जी, बीपीसीएल, क्रिसिल, डीबीएस बैंक, जीएमआर ग्रुप, एचपीसीएल, जेफरीज, लावा, मार्श मैक्लेनन, मारुति सुजुकी, मैनकाइंड फार्मा और वॉलमार्ट जैसी कंपनियां भी थीं।