लखनऊ न्यूज डेस्क: लखनऊ के इको गार्डन में 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। होली के दिन भी अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन जारी रखा और सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई। आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों ने इस बार होली का त्याग करने और अन्न न ग्रहण करने का फैसला किया है। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, वे इस संघर्ष को जारी रखेंगे। प्रदर्शन के चलते धरना स्थल पर माहौल गंभीर बना हुआ है।
सरकार की नीयत पर उठाए सवाल
धरना स्थल पर मौजूद अभ्यर्थी रवि शंकर पटेल ने सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि शिक्षक भर्ती मामले में शुरू से ही सरकार ने लापरवाही बरती है। इस कारण मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया, लेकिन वहां भी सरकार अपना पक्ष मजबूती से नहीं रख पा रही है। सुप्रीम कोर्ट से सिर्फ तारीखें मिल रही हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। रवि शंकर का कहना है कि जब हमारा भविष्य अंधेरे में है, तो होली मनाने का क्या फायदा। इसीलिए अभ्यर्थियों ने होली पर अन्न न ग्रहण करने का फैसला लिया है।
पांच साल से संघर्ष जारी
अभ्यर्थी अमरेंद्र पटेल ने बताया कि वे पिछले पांच वर्षों से लगातार अपने हक के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि होली और दीवाली जैसे त्योहार वे इको गार्डन में ही मनाते आ रहे हैं, क्योंकि जब बाकी लोग परिवार के साथ खुशियां मना रहे होते हैं, तब वे अपने भविष्य की लड़ाई लड़ रहे होते हैं। अभ्यर्थियों ने सरकार से मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट में शिक्षक भर्ती मामले की मजबूत पैरवी की जाए ताकि उन्हें जल्द से जल्द न्याय मिल सके। उनका कहना है कि सरकार की लापरवाही के कारण ही यह मामला अब तक अधर में लटका हुआ है।