लखनऊ न्यूज डेस्क: लखनऊ में पाकिस्तानी नागरिकों की 34 और संपत्तियों की पहचान की गई है। शत्रु संपत्ति अभिरक्षक कार्यालय ने इन संपत्तियों की सूची लगभग 10 दिन पहले जिलाधिकारी को भेजी थी और अब उनकी स्थिति की रिपोर्ट मांगी है। प्रशासन से पूछा गया है कि ये संपत्तियां खाली हैं या उन पर किसी का कब्जा है, साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि इन पर कितना निर्माण हुआ है और वर्तमान स्थिति क्या है।
ये संपत्तियां उन पाकिस्तानी नागरिकों की हैं, जो बंटवारे से पहले लखनऊ में बड़े पदों पर थे। इनमें जज, वकील, नवाबों के वंशज और बड़े कारोबारी शामिल थे। इन संपत्तियों की लोकेशन बेहद प्राइम है और वर्तमान समय में इनकी कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है। प्रशासन की रिपोर्ट आने के बाद शत्रु संपत्ति अभिरक्षक कार्यालय आगे की कार्रवाई करेगा और यह भी पता लगाएगा कि इन पर किसने कब्जा कर रखा है।
इन 34 संपत्तियों में से कुछ वजीरगंज, हजरतगंज, नजीराबाद, गोलागंज और नरही जैसे प्रमुख इलाकों में स्थित हैं। इनमें अफजल-उन-निशा, खनिज फातिमा बीबी, अनवर अली अल्वी, अनीसुल अजीज, नूरजहां, ताहिर हुसैन अली और अन्य कई पाकिस्तानी नागरिकों की संपत्तियां शामिल हैं। प्रशासन जल्द ही इन संपत्तियों का सत्यापन शुरू करेगा, ताकि इनकी वास्तविक स्थिति का पता लगाया जा सके और आगे की कार्रवाई तय की जा सके।