लखनऊ न्यूज डेस्क: हत्या का राज अब भी अनसुलझा,
लखनऊ के होटल में मां और चार बेटियों की हत्या के मामले में पांच दिन बाद भी पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। आगरा पहुंची लखनऊ पुलिस की टीम ने इस्लाम नगर बस्ती में पड़ताल की और मोहल्ले के लोगों से पूछताछ की। हालांकि, कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा। पुलिस ने मोहम्मद बदरुद्दीन की जमीन खरीदने वाले अलीम, पड़ोसी आफताब, 18 दिसंबर को घर पहुंचे जितेंद्र और उसके पिता पूरन को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
जमीन और धर्मांतरण की चर्चा
इस मामले में आरोपी अरशद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें उसने अपने परिवार की जमीन पर कब्जे और धर्मांतरण की बात कही थी। वीडियो में उसने यह भी दावा किया कि उनका परिवार हिंदू धर्म अपनाना चाहता था और घर में राम मंदिर बनाने की योजना थी। हालांकि, अरशद के आरोपों की पुष्टि नहीं हो सकी। बस्ती के कई लोगों ने अरशद और उसके पिता के खिलाफ बयान दिए हैं।
18 दिसंबर की रात का रहस्य
बस्ती वालों के मुताबिक, 18 दिसंबर की रात मोहम्मद बदर की पत्नी और बेटियां एक युवक के साथ घर से गई थीं। पुलिस ने उस युवक को ढूंढ निकाला, जो पीली पोखर का रहने वाला जितेंद्र निकला। जितेंद्र के पिता पूरन ने बताया कि मोहम्मद बदर उनके पुराने परिचित थे और उन्होंने मदद के लिए अपने बेटे को भेजा था। बदर ने कहा था कि बस्ती के लोग उनके खिलाफ हो गए हैं और वे कुछ भी कर सकते हैं।
झगड़े और जमीन विवाद
पुलिस ने अरशद के पिता बदरुद्दीन से 50 वर्गगज जमीन खरीदने वाले अलीम से पूछताछ की। अलीम ने दावा किया कि उन्होंने जमीन का सौदा सही तरीके से किया है और इसके सबूत भी मौजूद हैं। वहीं, पड़ोसी आफताब के साथ बदरुद्दीन का झगड़ा दो बार हो चुका था, लेकिन पुलिस ने उस समय कोई कार्रवाई नहीं की थी।
गहन जांच जारी
रविवार सुबह लखनऊ पुलिस ने अलीम, आफताब, पूरन और जितेंद्र को लखनऊ ले जाकर उनसे अलग-अलग पूछताछ शुरू की। सूत्रों के अनुसार, पुलिस उनके काल डिटेल्स खंगालने के साथ-साथ यह जांच रही है कि कहीं कोई झूठ तो नहीं बोल रहा। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है ताकि हत्या के पीछे की सच्चाई सामने आ सके।