लखनऊ न्यूज डेस्क: लखनऊ पुलिस रात 9 बजे से आधी रात तक अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। अपहरण, फिरौती, डकैती, लूट, चोरी और छेड़छाड़ जैसे मामलों में शामिल बदमाश पुलिस की इस मुहिम में धरे जा रहे हैं। बीते 56 दिनों में शहर में 9 मुठभेड़ हो चुकी हैं, जिनमें कई कुख्यात अपराधी घायल होकर गिरफ्तार हुए हैं। पुलिस की यह सख्ती अपराधियों के हौसले पस्त करने में कारगर साबित हो रही है।
हालिया मुठभेड़ें: अपराधियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई
27 फरवरी को मलिहाबाद में ट्रांसफार्मर से तेल और कॉपर चोरी करने वाले गिरोह से पुलिस की भिड़ंत हुई। इस दौरान एक बदमाश को गोली लगने के बाद गिरफ्तार किया गया, जबकि तीन अन्य साथी भी पकड़ लिए गए। 23 फरवरी को सरोजनीनगर में स्कूटी सवार कुख्यात बदमाश अकरम उर्फ पप्पू को मुठभेड़ के बाद पुलिस ने धर दबोचा। उसके खिलाफ चोरी और गैंगस्टर एक्ट समेत 23 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। इसी तरह 19 फरवरी को उतरेठिया में चेन स्नैचर लुकमान को गिरफ्तार किया गया, जो 13 फरवरी को एक महिला की चेन लूट चुका था।
जनवरी में भी कई मुठभेड़, अपराधियों को नहीं मिली राहत
जनवरी की शुरुआत से ही पुलिस की सख्ती जारी रही। 1 फरवरी को गुडंबा में हुई मुठभेड़ में डकैती के आरोपी सैफ को पुलिस ने गोली मारकर पकड़ा, जबकि उसका साथी फरार हो गया। 30 जनवरी को वृंदावन योजना इलाके में पुलिस ने दो युवतियों से छेड़छाड़ कर मोबाइल लूटने वाले जितेंद्र और सनी गौतम को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। इससे दो दिन पहले, 28 जनवरी को इंदिरानगर में साढ़े तीन साल की बच्ची से दुष्कर्म के आरोपी कुंदन कश्यप को बंथा रोड पर मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया था।
अलीगंज, ठाकुरगंज और पारा में भी अपराधियों पर शिकंजा
16 जनवरी को अलीगंज के केंद्रीय विद्यालय के पास पुलिस ने एक लुटेरे राजीव श्रीवास्तव को दबोचा, जो 11 जनवरी को महिला की चेन लूट चुका था। 13 जनवरी को ठाकुरगंज के गुलाला घाट पर बिहार निवासी कुख्यात अपराधी करन यादव उर्फ कल्लू को पुलिस ने मुठभेड़ में घायल कर गिरफ्तार किया। उसने दिसंबर 2024 में एक मुनीम से लूटपाट की थी। वहीं, 11 जनवरी को पारा में नहर तिराहे पर पुलिस ने आजमगढ़ के अजय यादव और कमलेश पासवान को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया, जबकि उनका एक साथी भाग निकला।
रात की गश्त बनी अपराधियों के लिए मुसीबत
लखनऊ पुलिस की लगातार रात में चल रही सघन चेकिंग और ऑपरेशन नाइट से अपराधियों में खौफ बढ़ रहा है। पुलिस की रणनीति साफ है—जो अपराध करेगा, वो बचेगा नहीं। खासकर देर रात होने वाले अपराधों को रोकने के लिए पुलिस ने अपनी गश्त तेज कर दी है, जिससे बदमाशों की गतिविधियां सीमित हो गई हैं। बीते दो महीनों में हुई 9 मुठभेड़ों से यह साफ हो गया है कि लखनऊ पुलिस अपराध और अपराधियों को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह तैयार है।