लखनऊ न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश में साइबर ठगी के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। अब लखनऊ के एक जाने-माने चार्टर्ड अकाउंटेंट शलभ पांडे साइबर ठगों के जाल में फंस गए, जिनसे करीब 1.92 करोड़ रुपये की भारी-भरकम ठगी की गई। यह पूरा मामला एक कथित क्रिप्टोकरेंसी निवेश योजना के बहाने अंजाम दिया गया, जिसकी शुरुआत फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिए हुई। पीड़ित ने इस ठगी की शिकायत साइबर क्राइम थाना लखनऊ में दर्ज कराई है।
शलभ पांडे के अनुसार, भविका शेट्टी नाम की एक महिला ने फेसबुक पर उनसे संपर्क किया और बताया कि वह कोलकाता में स्कूल व वृद्धाश्रम खोलना चाहती है, जिसके लिए उसे एक सीए की मदद चाहिए। कुछ समय बाद उसने खुद को क्रिप्टोकरेंसी निवेश की विशेषज्ञ बताते हुए निवेश के बदले मोटे मुनाफे का लालच दिया। पीड़ित को एक वेबसाइट लिंक भेजा गया — https://amexus.cc/mobile — जिसके जरिए यह सारा लेनदेन हुआ।
शलभ ने शुरुआत में 50 हजार रुपये निवेश किए, जिसके बाद उन्हें बार-बार बोनस और लाभ दिखाया गया। इसी झांसे में आकर उन्होंने धीरे-धीरे 1 करोड़ 92 लाख रुपये तक निवेश कर दिए। जब उन्होंने मुनाफा निकालने की कोशिश की तो अलग-अलग बहाने बनाए गए — पहले अमेरिकी टैक्स के नाम पर, फिर ग्रीन चैनल फीस, भू-राजनीतिक टैक्स और अन्य चार्जेस लगाकर उनसे कुल मिलाकर और 2 करोड़ के करीब रकम की मांग की गई। पैसे BSS कंस्ट्रक्शन, जेपी कंस्ट्रक्शंस, न्यू मोनोपोली रेस्टोरेंट समेत कई फर्जी खातों में ट्रांसफर कराए गए।
शलभ पांडे ने न सिर्फ साइबर पोर्टल पर शिकायत दर्ज की है, बल्कि उन्होंने व्हाट्सएप नंबरों और फेसबुक प्रोफाइल की जांच की मांग भी की है। उनका मानना है कि भविका शेट्टी इस पूरे नेटवर्क का हिस्सा हो सकती है या फिर किसी बड़े गिरोह के चंगुल में है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और अपने पैसे की वापसी की मांग की है, साथ ही आम लोगों को ऐसी ठगी से बचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की भी अपील की है।