देश में लगातार महंगा हो रहा सोना आज कुछ राहत देता नजर आ रहा है। हाल के दिनों में 24 कैरेट सोना 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के आंकड़े को पार कर गया था, लेकिन 12 अगस्त 2025 को इसमें 880 रुपये तक की गिरावट देखने को मिली है। इसकी वजह अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का वह ऐलान है जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि सोने पर किसी प्रकार का टैरिफ नहीं लगाया जाएगा। ट्रंप के इस बयान का असर वैश्विक बाजारों पर भी पड़ा, और भारत में इसकी झलक सुबह होते ही देखने को मिली।
गिरावट के बाद क्या है कीमतें?
गुड रिटर्न्स के मुताबिक, 12 अगस्त को भारत में 24 कैरेट सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 1,01,400 रुपये पर आ गई है, जो कि बीते दिन के मुकाबले 880 रुपये कम है। इसी तरह 22 कैरेट सोना अब 92,950 रुपये प्रति 10 ग्राम पर उपलब्ध है। वहीं, 18 कैरेट सोने की कीमत 76,050 रुपये दर्ज की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर वैश्विक संकेत स्थिर रहे, तो आने वाले दिनों में कीमतों में और भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
शहर दर शहर कीमतें
दिल्ली में 24 कैरेट सोना 1,01,550 रुपये और 22 कैरेट सोना 93,100 रुपये में मिल रहा है। वहीं, 18 कैरेट सोना 76,180 रुपये प्रति 10 ग्राम है।
मुंबई में आज 24 कैरेट सोने की कीमत 1,01,400 रुपये, 22 कैरेट 92,950 रुपये, और 18 कैरेट 76,050 रुपये तक पहुंच गई है।
पटना (बिहार) में भी 880 रुपये की गिरावट देखी गई है, जिसके बाद 24 कैरेट सोना 1,01,450 रुपये, 22 कैरेट 93,000 रुपये, और 18 कैरेट 76,090 रुपये में उपलब्ध है।
उत्तर प्रदेश में यह आंकड़ा थोड़ा ऊपर है। यहाँ 24 कैरेट सोना 1,01,550 रुपये, 22 कैरेट 93,100 रुपये, और 18 कैरेट 76,180 रुपये में बिक रहा है।
इसके अलावा जयपुर, नागपुर, कोलकाता, और चंडीगढ़ जैसे शहरों में भी सोने की कीमतों में 600 से 850 रुपये तक की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, सभी प्रमुख शहरों में 24 कैरेट सोना अब भी 1 लाख रुपये के ऊपर ही बना हुआ है।
क्या था ट्रंप का ऐलान?
11 अगस्त को डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक बड़ा ऐलान किया कि यदि वह दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं, तो सोने के आयात या निर्यात पर कोई नया टैरिफ लागू नहीं किया जाएगा। इस घोषणा के बाद अमेरिका और भारत समेत कई देशों के बाजारों में हलचल मच गई और सोने की कीमतों में तत्काल गिरावट देखने को मिली। निवेशकों को राहत मिली और घरेलू बाजार में सोने की कीमत थोड़ी स्थिर हो गई।
निवेशकों के लिए मौका या सावधानी?
विशेषज्ञों की मानें तो यह गिरावट निवेश के लिहाज से एक अवसर हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो रक्षाबंधन या आगामी त्योहारों पर सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं। हालांकि यह भी सच है कि वैश्विक स्तर पर आर्थिक और राजनीतिक घटनाएं सोने की कीमतों को प्रभावित करती रहती हैं, इसलिए निवेश से पहले बाजार का आंकलन जरूरी है।
त्योहारी सीजन में क्या होगा असर?
रक्षाबंधन जैसे त्योहारी मौके पर आमतौर पर सोने की मांग बढ़ती है। ऐसे में यदि कीमतें थोड़ी स्थिर बनी रहती हैं, तो इसका सीधा फायदा आम उपभोक्ताओं को मिल सकता है। हालांकि यदि वैश्विक बाजारों में फिर से अस्थिरता आती है, तो कीमतें फिर से ऊंची हो सकती हैं।